स्मृति
स्मृति के पथ पर तुमको खोज पाना थोड़ा कठिन था। फिर भी तुमको खोज पाया मैं स्वयं की आत्म अनुभूति
Read Moreआज़ादी के अमृत महोत्सव के स्वर्णिम अवसर पर विश्व साहित्य सेवा ट्रस्ट द्वारा आजादी की शौर्य गाथा( काव्य संकलन)में योगदान
Read Moreमैं पंथ से विपंथ न हो जाऊं मुझे संभाल लेना मेरे ईश्वर। मैं भक्त से अभक्त न बन जाऊं मुझे
Read Moreकांगड़ा के भाषा अध्यापक और युवा कवि लेखक राजीव डोगरा ने बुलंदी साहित्य समिति (पंजीकृत राष्ट्रीय स्तर) द्वारा करवाए जा
Read Moreकुछ नादानियां कुछ अठखेलियां बाकी है मुझ में । क्षण-क्षण घूमती मृत्यु के बीच में जीवांत जीवन बाकी है मुझ
Read Moreजीवन मृत्यु का भेद तुमको कुछ बतलाऊंगा। हो सका तो तुमको सच्चा जीवन निर्वाह सिखलाऊंगा। क्षणभर का जीवन क्षणभर की
Read Moreजाग मछंदर गोरख आया अलख निरंजन नाद सुनाया। महाकाल का भगत बनाया चौसठ योगिनी 90 भैरव का गान सुनाया। 52
Read Moreआज़ादी के अमृत महोत्सव के स्वर्णिम अवसर पर विश्व साहित्य सेवा ट्रस्ट द्वारा देश का अभिमान ( काव्य संकलन)योगदान के लिए
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