कविता

बेटियां

बेटियां आंगन की खुशबू है
बेटियां मन का जादू है।
पिता देख कर कहते हैं
तू तो मेरे जैसी है
मेरी आंगन की खुशबू है
मेरी खुशियों का झरोखा है ।
बेटी तो दूसरा मौका है
बेटी तो खुशियां लाती हैं
जिन्हें किस्मत ने रोका है ।
बेटी खुशियों का आंसु है
बेटी आंगन की खुशबू है।
बेटी ही देश की शान है
बेटी ने चलाया यह संसार है।

पायल
दसवीं कक्षा की छात्रा

*डॉ. राजीव डोगरा

भाषा अध्यापक गवर्नमेंट हाई स्कूल, ठाकुरद्वारा कांगड़ा हिमाचल प्रदेश Email- Rajivdogra1@gmail.com M- 9876777233