ममता की परीक्षा ( भाग – 39 )
” बारात आ गई …..बारात आ गई ! अरे मास्टर जी ! चलो ! समधी की अगवानी करने नहीं
Read More” बारात आ गई …..बारात आ गई ! अरे मास्टर जी ! चलो ! समधी की अगवानी करने नहीं
Read Moreमास्टर रामकिशुन की नाराजगी के अहसास ने ही गोपाल के हाथ पाँव फूला दिए थे । कुछ और न
Read Moreममता की परीक्षा ( भाग – 37 ) गोपाल के खामोश होते ही मास्टर रामकिशुन ने कहना शुरू किया ,”
Read Moreमास्टर रामकिशुन की कही एक एक बात गोपाल के कानों में गूँज रही थी , अनवरत , लगातार ।
Read Moreबात लगभग पैंतालीस साल पुरानी है । हमारे छोटे दादाजी पहलवान थे । दाँतों से गेहूँ का भरा बोरा
Read Moreजब से कश्मीर में बाढ़ की विभीषिका थमी थी असलम बडी कशमकश के दौर से गुजर रहा था ।
Read Moreममता की परीक्षा ( भाग – 35 ) मास्टर रामकिशुन की बात ख़त्म होते ही गोपाल ने पहले अपने आसपास
Read Moreममता की परीक्षा ( भाग -34 ) साधना को परबतिया के घर से बाहर निकलते देख गोपाल की जान में
Read More” हाँ गोपाल बाबू ! मैं हर हाल में तुम्हारा साथ निभाऊँगी ! बाबूजी नहीं माने तब भी ! लेकिन
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