लघुकथा : खरी बात
किसी काम से एक ग्रामीण अपने विधायक के पास गया। उसने कहा, ‘ बड़ी उम्मीद लेकर आया हूं कि आप
Read Moreकिसी काम से एक ग्रामीण अपने विधायक के पास गया। उसने कहा, ‘ बड़ी उम्मीद लेकर आया हूं कि आप
Read Moreनेता, अफसर, वणिक ने, पैसा दिया खपाय। आम आदमी भीड़ में, देखो धक्का खाय।। ………………………………….. लौटे खाली बैंक से, कृषक
Read More” आज खूब रगड़- रगड़ कर हाथ धो रहे हैं, क्या बात है ?” पत्नी ने रतन बाबू से पूछा।
Read More”पंडित जी, तहसील में कैसे ?—सब कुशल मंगल तो है ? —अरे गुरु बाबा, आज यहां ——? —क्या हो गया
Read Moreसंत जी फलाहार लेकर विश्राम कर रहे थे। उनका एक युवा -शिष्य पांव दबा रहा था। ” गुरुदेव, आपको बिना
Read Moreबहन विदेशी-बंधु से, करे फोन पर बात। अम्मां अंधी हो गई, याद करे दिन -रात।। जिनके घर में हो रही,
Read Moreएक मोटे बिल्ले को देखकर चूहे भागने लगे। बिल्ले ने उन्हें रुकने का आग्रह करते हुए कहा, ” रुकिए -रुकिए,
Read Moreमंत्री के आलीशान बंगले का खूबसूरत बाग। एक नन्हे पौधे ने बगल के साथी से पूछा-‘यहां आसपास कोई जंगल भी
Read More