गज़ल
जो लोग झूठ से दोस्ती निभाते हैं वे ही यारों हरेक सुविधा पाते हैं पहले तो आगे बढ़कर करें मित्रता
Read Moreप्रेम रखे हैं जो यहां, उसका है सत्कार उसकी प्रतिभा का मिले, देखो ये आधार जो आदमी रहे यहां, बनकरके
Read Moreएक दूजे की मदद का, कर आदान प्रदान होवे ना इसमें कभी, कोई भी अभिमान मित्रता में न कभी चले,
Read Moreकाले धन से बित रही, जिनकी हरेक रात होती हरेक दिन वहाँ, सुख की ही बरसात मतलब के सब यार
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