जहां बाड़ ही खेत को खाने लगे
किसी और से करें क्या उम्मीदजब रक्षक ही भक्षक बन जायेवह खेत कहां सुरक्षित रहेगाजहां बाड़ ही खेत को खा
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Read Moreक्या रखा है तपते मैदानों मेंघूमकर देखो कभी सुनसान वीरानों मेंकरवटें लेते रहते हो पक्की हवेलियों मेंरहकर देखो कभी कच्चे
Read Moreकैसा ज़माना आया आजआदमी क्या से क्या हो गयाजिंदा इंसानों की कद्र नहींमोबाइल में इस कदर खो गया समय नहीं
Read Moreकल खो दिया हमने आज के लिएआज खो दिया हमने कल के लिएआज की खुशी भी गंवा दी हमनेचैन फिर
Read Moreचुन कर जिसने भेजा इनकोअपनी समस्याएं हल करवाने कोकेवल मुर्गा और समोसे नजर आ रहेलालायित है फिर से सत्ता पाने
Read Moreयह चार लोग ही हैं दुनिया मेंचलती है जिन की सरदारीझूठे बेईमान चुगलबाज और लालचीइनसे डरती है दुनियां सारी जब
Read Moreसुरमू बच्चपन से ही शरारती था वैसे उसका स्कूल का नाम सुरम सिंह था लेकिन सभी उसे सुरमू ही बुलाते
Read Moreआदमी कितना एहसान फरामोश हो गयाअपने ही नशे में मदहोश हो गयामिलते हुए भी ज़िन्दगी में सब कुछदिल से क्यों
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