गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 17/07/202417/07/2024 ग़ज़ल अब सुबह उठते ही मंदिर मैं चली आऊँगीदेख उनके लिए प्रसाद मैं ले आऊँगी।। जो गरीबी में पले बढ़े दिखते Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 29/06/202429/06/2024 ग़ज़ल सजी दिल की महफ़िलें ही, चले ही आइये हमदम।ग़ज़ल कुछ गीत हमको भी, खुल कर सुनाइये हमदम।। अदा ये रूठने Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 16/06/202416/06/2024 ग़ज़ल आज तुमको तो यहाँ कुछ , अब दिखाना क्यूँ यहाँ हैसाथ इसके देख अब तो, ये जताना क्यूँ यहाँ है Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 01/06/202401/06/2024 ग़ज़ल प्यार का रिश्ता सुनो तो, हम निभाना जानते हैंहम बसे हैं दिल तुम्हारे, ये बताना जाते हैं जिस गली में Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 24/05/202424/05/2024 ग़ज़ल मुझे निराश कर गये हो खुश रहोमुझे उदास कर गये हो खुश रहो खुशी हुई कि तुम दिखे यहाँ अभीहुये Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 02/05/202402/05/2024 ग़ज़ल सून यही तस्वीर ही सबको दिखा रक्खी हैपर मुहब्बत ही ज़माने से छुपा रक्खी है मयक़दा – सा हुस्न तेरा Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 13/04/202413/04/2024 ग़ज़ल वो मिला आँख हमसे जिगर ले गयाइश्क़ का आज सारा असर ले गया ढूँढ़ता ही रहा दिल उसे आज तकज़िंदगी Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 08/04/202408/04/2024 ग़ज़ल इश्क़ में खुद को मिटाने के लिए काफी हूँमैं अकेला ही ज़माने के लिए काफी हूँ इश्क़ तो है सेज Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 08/04/202408/04/2024 ग़ज़ल ज़रा तुम प्यार से देखो कली अंतर की खिल जायेबहारों की करो बातें अभी दिल दिल से मिल जाये वफ़ा Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 04/04/202431/03/2024 ग़ज़ल कुछ कहा जो आज तुमने , मैं समझ तक़रार बैठाप्यार जो तुमने जताया , वह समझ इंकार बैठा इश्क़ की Read More