उम्मीद
दीप प्रेम का नहीं बुझा है ,मन में आस अभी बाकी है । भले छुप गया दिनकर नभ में ,पर
Read Moreदया धर्म का आश्रय लेकर ,काले करते काम । छुरा पीठ में घोंप भजें वो ,मुख से सीता राम ।
Read Moreगरज बरस कर सावन आया, बरखा रानी सँग आयी । ओस बूंद झूले वसुधा पर , तरुवर ऊपर तरुणाई ।
Read More(1) दुर्घटना पथ पर हुई, चोट लगी गम्भीर । देख देख सब चल दिये, जागा नही जमीर।। (2) कुमकुम विवश
Read Moreईद मने हर दिन सबकी ही ,दीवाली हर रात रहे । मन की मन से प्रीत बावरी ,सरस् सलिल जज्बात
Read Moreचलो मिटायें नफरत दिल से , यही सच्चा प्रयास करें । सरस , सरल हो जाये जीवन ,ऐसी मन से
Read Moreपरिवर्तन है नियम प्रकृति का, परिवर्तित चहुँ दिश होती है। मन, समाज, स्थिति, ऋतुओं में, सृष्टि नवल कुछ तो बोती
Read Moreज्यों- ज्यों धूप चढ़ी अम्बर पर ,ढली रात भी बादल में । इक झटके में हवा जा छुपी, जाने किसके
Read Moreमां तुम प्रहरी इस जीवन की ,हर दम प्यार लुटाती । स्नेह ,प्रेम भरती पग -पग में ,जिस पथ भी
Read More