शिव
जो आरम्भ है, अनादि है, सर्वश्रेष्ठ है, जो काल, कराल, प्रचंड है, जिनका स्वरूप अद्वितीय है, जिनका नाम ही सर्वस्व
Read Moreमाँ की आँखों से कभी ओझल ना होना प्यारे, जीवन के पहियों के नीचे गड़ ना जाना प्यारे, धुरी तो
Read Moreजन्नत होती मां की गोद, सारे सुख मिल जाते वहां । माँ का आंचल सर पर नही जो, सुना लगे
Read Moreमाँ की आँखों से कभी ओझल ना होना प्यारे, जीवन के पहियों के नीचे गड़ ना जाना प्यारे, धुरी तो
Read Moreऋषि मुनि सब हार गए तेरा अंत किसी ने ना पाया लीला तेरी देख के भगवन होता है हमें अचंभा।
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