शब्दों का घर
जीवन के पन्नेरोशनी से परिपूर्ण हैं,हर शब्द अपने अर्थ कोसमाहित करता है,चमकता हैसंशय पूर्ण रास्तों मेंमशाल बनकर जलता हैतपता है,सोना
Read Moreजीवन के पन्नेरोशनी से परिपूर्ण हैं,हर शब्द अपने अर्थ कोसमाहित करता है,चमकता हैसंशय पूर्ण रास्तों मेंमशाल बनकर जलता हैतपता है,सोना
Read Moreजब-जब देखो मौन मुझेतुम करना मुझसे बातेंसार्थक या निर्रथकबेतुकी या बचकानीपर करना मुझसे बातेंभले ही ना मुस्कऊँ मैंहामी भी ना
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