दूसरे पर दोष मढ़ना शग़ल हो गई हमारी
ये लड़कियाँ और लड़के ‘रंग’ देखकर ही प्यार करते हैं, फिर भी हम और संविधान जोर देकर कहते हैं- भारत
Read Moreये लड़कियाँ और लड़के ‘रंग’ देखकर ही प्यार करते हैं, फिर भी हम और संविधान जोर देकर कहते हैं- भारत
Read Moreआप अपने बच्चों को रूस से डॉक्टरी पढ़ाइये या एम्स से ! बशर्त्ते, उसे डॉक्टरी आनी चाहिए ! मेरे लिए
Read Moreहरिशंकर नायक में वर्मा जी और सुमंत जी मिले. BD भी साथ थे. वर्मा जी और सुमंत जी का रिस्पांस
Read More‘हिंदी दिवस’ क्यों ? ‘राष्ट्रभाषा दिवस’ क्यों नहीं ? जब भारतीय संविधान में ‘हिंदी’ राष्ट्रभाषा के रूप में दर्ज नहीं
Read More‘रामायण’ के रचयिता वाल्मीकि ‘डोम’ यानी शूद्र थे, ब्राह्मण नहीं ! ‘महाभारत’ के रचयिता व्यास ‘निषाद’ यानी शूद्र थे, ब्राह्मण
Read Moreदेश की सत्ता जब अहंकारी हो गया, तब देश गुलाम हो गया। तब महान स्वतंत्रता सेनानी लाल -बाल- पाल के
Read Moreभीड़ का दिमाग नहीं होता, क्योंकि भीड़ को सजा नहीं होती ! जब सजा नहीं होगी, तो निश्चित ही दगा
Read Moreहम इतने संकीर्ण होते जा रहे हैं कि कब, क्यों, कैसे पूछते ही दोस्ती खत्म होती जा रही है ?
Read Moreमाँ ने बनाई ‘पेड़े’ आकार छोटे हैं, पर विशुद्धता लिए है। माँ ने दिलचस्प बातें शेयर की- “ये पेड़े ‘पेड़’
Read More