हिन्दी भाषा को केवल खड़ी बोली मानना भ्रामक
हिन्दी भाषा को केवल खड़ी बोली मानना उसी प्रकार भ्रामक है जैसे भारत को केवल दिल्ली मानना । प्रोफेसर महावीर
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Read Moreरोजगार और भाषा संपूर्ण विश्व में भाषाओं के जन्म, उत्थान, पतन और विनाश का इतिहास कहता है कि रोजगार मूलक
Read More(www.shabdanagari.in) हिन्दी की ऐसी पहली ब्लॉगिंग एवं सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट है जो की पूर्णतः हिन्दी मे है। उल्लेखनीय है कि
Read Moreस्व-भाषाओं को मुक्ति चाहिए-अंग्रेजी के साम्राज्यवादी षड़यंन्र से नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री पद पर आसीन हुए डेढ़ साल हो गया
Read Moreसुल्तानपुर(उ.प्र.) के कवियों के कवि रामनरेश त्रिपाठी, त्रिलोचन, मान बहादुर सिंह की कविताओं की कड़ी को आगे ले जाने वाले
Read Moreयुवा कवयित्री डॉ सोनिया गुप्ता का नवीनतम काव्य संग्रह “उम्मीद का दीया” मेरे सामने है,और कुछ ही देर पहले मैंने
Read Moreजब भी भारत की दीपावली के उत्सव की याद आती है, तो जगमगाते दीप, बिजली के रँगबिरंगी लट्टू, बाजारों में
Read Moreहमारे देश को आजाद हुए 68 साल हो गए लेकिन हम अभी भी गुलाम के गुलाम ही हैं। इसका प्रमाण
Read More(एक) क्रान्तिकारी प्रगति का मूल: शिक्षा के माध्यम का बदलाव, भारत की क्रान्तिकारी प्रगति का सशक्त मौलिक कारण मानता हूँ।
Read Moreएक था रावण बहुत बड़ा प्रतापी यशस्वी राज़ा, विश्व को ही नहीं अन्य ग्रहों तक विस्तारित उसका साम्राज्य वयं-रक्षाम का उदघोष करता . यह
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