तेरी याद बहुत आती है
ओ मेरी मां,तेरी याद बहुत आती है,आशा दूर तलक,साथ नहीं निभाती है! है नहीं कोई,जो पूछे मुझसे,कहां जा रहा है,बापू
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Read Moreयह धूप भी,बड़ी निर्दयी है,जरूरत होती है,तब नहीं निकलती है,जब जरूरत नहीं होती,तब आंँखें फाड़कर,देखा करती है,ठीक तुम्हारी तरह! आज
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