मुहब्बत भी डिजिटल अब हो गयी है
मुहब्बत भी डिजिटल अब हो गयी है गुलाबों की खुश्बू कहीं खो गयी है पहले तो ख़त भी महका किये
Read Moreमुहब्बत भी डिजिटल अब हो गयी है गुलाबों की खुश्बू कहीं खो गयी है पहले तो ख़त भी महका किये
Read Moreफिरसे बचपने में खो जाते हैं। चलो हम भी बच्चे हो जाते हैं।। मम्मी से माँगें चन्दा खिलौना। पुरानी दरी
Read Moreआज फ्रेशर पार्टी के कारण युनिवर्सिटी में खूब चहल-पहल थी ..हाल नये पुराने चेहरों से खचाखच भरा था। स्टेज पर
Read Moreकैसी हो मीरा ? अरे रश्मी तू, मस्त हूँ यार तू बता। कैसी चल रही है लाइफ ? बड़े दिनो
Read Moreमेरा ख़त पहुँचा दो तुम, जहाँ न जाती डाक कोई। लिखा है इसमें हाल ए दिल, और नहीं है बात
Read Moreहाँ, मैं था “विश्वामित्र” अपनी तपस्या में लीन केन्द्रित अपने लक्ष्य के लिये कठोर हो चुका था हृदय, मन, मस्तिष्क
Read Moreआजकल हक़ीकत ख्वाबों से निकलकर, पूछती कहाँ है…? किस ओर जा रहे हो, और जाना कहाँ है…? हर शक्स परेशान
Read Moreमेरी जाति का नेता हो तो उसको ये अधिकार है कर दे मेरी बोटी बोटी फिर भी उससे प्यार है
Read Moreगणपति बोले शंकरजी से, सुन लो मेरी मांग प्रभु इससे पहले लीन तपस्या, हो जाओ पीकर भांग प्रभु मेरे हाथों
Read Moreऐ, सुनो ! मैं तुम्हारी तरह माँग में सिन्दूर भरकर नहीं घूमता। लेकिन मेरी प्रत्येक प्रार्थना में सम्मिलित पहला ओमकार
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