कहानी : अन्तर्मन
पेड़ के बगल ही खड़ी हो पेड़ से प्रगट हुई स्त्री ने पूछा , “अब बताओ इस रूप में ज्यादा
Read Moreपेड़ के बगल ही खड़ी हो पेड़ से प्रगट हुई स्त्री ने पूछा , “अब बताओ इस रूप में ज्यादा
Read Moreविवाह बंधन तोड़ दूँ क्या अकेला तुझे छोड़ दूँ क्या ? हर महीने रख पगार हाथ मायके ओर दौड़ दूँ
Read Moreक्या कहें! कैसी भारत में आई त्रासदी हैं लडकियों को नहीं कोई आजादी है लड़कियां जन्म के पहले से ही
Read Moreसहा बहुत है अब ना सहेगें ,आँसू बनकर अब ना बहेंगे |ले किवाड़ की ओट अब ना सुबकेगें ,दीवारों की
Read Moreफेसबुक अकाउंट बना पकड़ा दिया हमकोमम्मी देखों ऐसे-ऐसे होता है समझा दिया हमकोपर हम ठहरें मूरख एक बात भी ना
Read Moreकौन नहीं है भ्रष्टाचारी जरा हमें भी बतलाओ स्वयं को नेक कहने वाले जरा अपने गिरेबान में झांक के आओ
Read Moreक्या जमाना आ गया है लोकलाज शर्म हया नहीं है अब कुछ यहाँ लड़कियों ने ऐसा कर्म किया लड़कों को
Read Moreशादी बर्बादी होती है मुरख है जो यह कहते है शादी से तो घर घर होता है वर्ना चिड़िया घर
Read Moreआदमियत क्यों हर बार भारी पड़ जाती है औरत क्यों हर बार दबी-कुचली बनी रह जाती है| औरत क्यों ताकतवर
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