मेरी साँसों में तुम
बसूँ साँसों में तेरी सदा राधा जैसी,हरे तू विघ्न मेरा दीवानी मीरा सम,है ये चाहत की रुक्मणी ही बनूँ तेरी,नहीं
Read Moreबसूँ साँसों में तेरी सदा राधा जैसी,हरे तू विघ्न मेरा दीवानी मीरा सम,है ये चाहत की रुक्मणी ही बनूँ तेरी,नहीं
Read Moreनीरव मन में उद्वेलित कुछ वह लम्हें,खुलने को आतुर अधखुली सी गिरहें,कुसुमित स्मित मृदु प्रणय के वह पलदृग पुलिनों में
Read Moreआज नंदिनी काफ़ी पुराने यादों में ना जाने क्यों उलझ गई, या यूँ कह सकते हैं इस उलझन को सुलझाना
Read Moreये मौन अधर मुखरित लोचन,तुम कहाँ पढ़े विमल सा मनपहुँची भी नहीं तनिक तुम तकमेरे इस हृदय का स्पंदन?कहते हैं
Read Moreन जाने उस बक्से में क्या, रख देती थी मेरी मां।जब भी उसको खोले तब तब, मुस्का देती मेरी मां।।
Read Moreजरा सुन सखे इस निलय में,एक दीप प्रेम का जलाओ,बाती की भाँति जलूँ प्रिये ,बनकर शलभ तुम आ जाओ निमीलित
Read Moreमेरे संग जो तुमने की हैं जफ़ाएं,तेरे संग हम तो वफा ही करेंगे,गर तेरी रज़ा है ख़ता ही करोगे,तो फिर
Read Moreसब ने उसको है चाँद कहा,अधरों को सुर्ख गुलाब कहा,कुंतल उसकी नागिन सी लगीसुन कर रह जाती है वह ठगी,सौंदर्य
Read Moreहम रोज अपने सोसाइटी जमशेदपुर स्थित टेल्को घोराबंधा आलोक विहार में फूल चुनने जाते हैं। फूल चुनने के क्रम में
Read More