ग़ज़ल
आ के जाना नहीं जिंदगी से मेरे हो के नाराज़ भी जिंदगी से मेरे । है ख़ता तो सजा दीजिए
Read Moreमत करो उपहास मेरा मै तुम्हारी सर्जना हूँ ! जो समर में साथ दे दे मेघ – सी मैं गर्जना
Read Moreखबरें पढिए , शर्म से गड़िए , अपने हिन्दुस्तान में……….!! कहीं सड़क पर लुटती है बेटी कहीं गौ माताओं की
Read Moreसच बताना भी बला है सच छुपाना भी कला है। दिल में रखना मत छुपाकर हाल उसको सब पता है।।
Read Moreसमय की रेंगनी से गुम हो गयी खुशी की मोतियाँ सभी खजाने की, हाथ सिर्फ आई रिश्ते की नाजुक डोर
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