गीतिका/ग़ज़ल

गीतिका

वतन की आन तिरंगा और ये शान  तिरंगा  है,
मेरे दिल में बसा रहता, मेरा अरमान तिरंगा है !
कि सरहद पर मिटें सैनिक जिसकी मुहब्बत में
वही सम्मान है और मुल्क की पहचान तिरंगा है !
बचाकर के बुरी नजरों से भी जिसे रखा हमने
वो हिंदुस्तान  का ही खूब- सा पहचान तिरंगा है !
फहरता जाए सदियों तक ,गगन चूमे सदा यूँहीं
हैं करते गर्व जिसपे हम नमन वो आन तिरंगा है!
सदाएँ  दे  रहा आजादी  के उस जश्न का मानो
भरे उत्साह हर दिल में , वही तूफान तिरंगा है!
है भगवा रंग वीरों का , श्वेत है शाँति का प्रतीक
हरा सम्पूर्णता का ,चक्र समय का ध्यान तिरंगा है!
ज़रा तुम गौर फरमाना, कभी फुर्सत मिले तुमको
कि आज के दौर में कितना लहुलूहान तिरंगा है!
कहीं भी देख लो चाहे सलामी दे , नमन कर लो
कि अहसास ए सुखन निज देश का ये मान तिरंगा है!
चलो हम आज अपने देश खातिर तो जागें शीघ्र
कि खुश हों राष्ट्र – महा पर्व का आख्यान तिरंगा है!
बडा़ ही गर्व है , अभिमान है , .हमको वतन पर यूँ
सहज , सार्थक से रंगों में ये इक उपमान तिरंगा है!
रहे  खुशहाल , औ समृद्ध  हरदम  देश ये मेरा
भले कुर्बान हो मैं जाऊँ , तू ही सम्मान तिरंगा है !
— सीमा शर्मा सरोज

सीमा शर्मा सरोज

आयु - 43 वर्षीय जन्मतिथि - 19 जनवरी 1972 पता - द्वारा श्री कन्हैया लाल जमशेदपुर झारखंड . शिक्षा - स्नात्तक " हिन्दी " आॅनर्स स्नात्तकोत्तर हिंदी (अपूर्ण् ) (इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय से) रूचि - आर्ट (पेंटिंग ), कढा़ई ,और पढना -लिखना । लेखन की विधा - निबंध ,कविता ,ग़जल ,मुक्तक आदि। लेखन की शुरूआत - वर्ष् 1991 ई०. निबंध प्रतियोगिता में 1000/₹ का पुरस्कार चेक डा0.जा़किर हुसैन एजुकेशन फाउंडेशन कमिटी से प्राप्त । स्थानीय आकाशवाणी जमशेदपुर (All india radio ,jsr,) से प्रसारित कार्यक्रम "युववाणी " में स्वरचित काव्यपाठ एवं गोष्ठियों में काव्य रचना वाचन । प्रकाशित पुस्तक - "काव्यलोक "द्वारा साझा संगग्रह ( काव्यलोक ९१ ) जिसमें नगर के तमाम साहित्यिकारों की कृतियों संग मेरी भी तीन काव्य रचनाएँ शामिल । पत्रिकाएँ जिनमें मेरी रचनाएँ प्रकाशित हुई ----- * क्रांतिमन्यू * मेरठ से * धालभूम एक्सप्रेस* घाटशिला से * सरस्वती सुमन" * देहरादून से * निर्भिक संदेश *जमशेदपुर से * मंगलदीप * मांटूंगा मुंबई से * जनसत्ता मुंबई में परिचय । फेसबुक पर उडा़न , अल्फाज़ एवं काव्योदय के पटल पर रचनाएँ प्रकाशित