नीर की महत्ता के दोहे
नीर ईश का रूप है,पंचतत्व का सार। नीर नहीं तो व्यर्थ है,यह सारा संसार।। नीर लिए आशा सदा,नीर लिए विश्वास
Read Moreनीर ईश का रूप है,पंचतत्व का सार। नीर नहीं तो व्यर्थ है,यह सारा संसार।। नीर लिए आशा सदा,नीर लिए विश्वास
Read Moreसत्य-अहिंसा रोशनी,हैं जीवन के सार। लाते हैं जो हर घड़ी,अंतहीन उजियार।। नीति अहिंसा की बड़ी,सचमुच बहुत महान । जीवन की
Read More“मन को कर तू शक्तिमय, ले हर मुश्किल जीत। काँटों पर गाना सदा, तू फूलों के गीत।” मनुष्य का जीवन
Read Moreमिलन ईश वरदान है,है इक पावन भाव। जिसका मनचाहा मिलन,उसको नहीं अभाव।। मिलन नहीं तो,है विरह,जो लगता अभिशाप। मिलन एक
Read Moreअँधियारे से लड़कर हमको,उजियारे को गढ़ना होगा ! डगर भरी हो काँटों से पर,आगे को नित बढ़ना होगा !! पीड़ा,ग़म
Read Moreरंगों के सँग खेलती,एक नवल- सी आस ! मन में पलने लग गया,फिर नेहिल विश्वास !! लगे गुलाबी ठंड पर,आतपमय
Read Moreमुलाकात पहली बनी,बहुत बड़ा वरदान। तुझसे ही मुझको मिली,एक नई पहचान।। तेरे मिलने से हुए,पूरे सब अरमान। तू ही अब
Read Moreजान लड़ा जो अन्न उगाता,कृषक कहाता है। सकल देश को धन्य कराता,कृषक कहाता है। आँधी,तूफाँ,गरमी,वर्षा,हर मौसम जो श्रम करता, कर्मठता
Read Moreअमर मुहब्बत की कथा,है भावों का नूर। शाहजहाँ ने रच दिया,ताजमहल भरपूर।। बेग़म पर सब वारकर,दिया सुखद उपहार। शाहजहाँ ने
Read Moreगिराता है बिजली,तेरा मुस्कराना, शामत है दिल की,तेरा मुस्कराना। क़यामत है आती,तेरा देखना यूँ, ज़रूरत न छल की,तेरा मुस्कराना। गुलाबों
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