कैमरे के मुक्तक
होते जो भी सुखद-दुखद पल,सबका चित्रण करता जीवन के बीते लम्हों को अंक में निज के भरता जिसका प्रियवर नाम
Read Moreहोते जो भी सुखद-दुखद पल,सबका चित्रण करता जीवन के बीते लम्हों को अंक में निज के भरता जिसका प्रियवर नाम
Read Moreकरो सुबह की सैर नित,दूर रहेंगे रोग। जीवन हो खुशहाल तब,दीर्घ आयु का योग।। सुबह मिले ताज़ी हवा,जो सचमुच वरदान।
Read Moreमंडला-साहित्यिक संस्था भारतीय युवा साहित्यकार परिषद के तत्वाधान में, फेसबुक के “अवसर साहित्यधर्मी पत्रिका” के पेज पर, ऑनलाइन अखिल भारतीय”
Read Moreशम्मा-सा जलता है पल-पल,और पिघलता नारी जीवन। देकर घर भर को उजियारा,आँखें मलता नारी जीवन ।। कर्म निभाती है वो
Read Moreबहुत प्यारा था,पुराना ज़माना सब बातें थीं प्यारी,समां था सुहाना दद्दा और अम्मा,बाई और कक्का चना और चबेना,ज्वार और मक्का
Read Moreराष्ट्रीय महिला आयोग की पूर्वअध्यक्ष,सुप्रसिध्द साहित्यकार व गोवा की वर्तमान राज्यपाल मृदुला सिन्हा जी जितनी सशक्त लेखिका हैं,जितनी मानवाधिकारवादी हैं,उतनी
Read Moreबचपन सबका हँसकर बीते,यह ही बस चाहत है, नहीं रहे वंचित कोय बच्चा,यही मेरा अभिमत है। पालन-पोषण,शिक्षा,शैशव,सब कुछ अब मोहक
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