जाड़े के दोहे
जाड़ा बनकर के कहर,लगता लेगा जान । बना हुआ है काल यह,इसको लो पहचान। कहीं बर्फ,कहीं जल गिरे,गीला हर इनसान
Read Moreजाड़ा बनकर के कहर,लगता लेगा जान । बना हुआ है काल यह,इसको लो पहचान। कहीं बर्फ,कहीं जल गिरे,गीला हर इनसान
Read Moreसूरज आया इक नया,गाने मंगल गीत ! प्रियवर अब दिल में सजे,केवल नूतन जीत !! उसकी ही बस हार है,जो
Read Moreएक बार फिर से जगा ,मानव बन हैवान । उसकी पशुता ने हरा ,नारी जीवन,मान ।। हद से गुज़री क्रूरता,दक्षिण
Read Moreमेरे दौर में एक गाना गूंजता था,जो प्राण साहब पर फिल्माया गया था —“कस्मे-वादे प्यार-वफ़ा सब वादे हैं वादों का
Read Moreनगर के सिध्द स्थल हनुमान मंदिर में लक्ष्मण प्रसाद पहुंचे और प्रार्थना करने लगे -” हे भगवान कल का केस
Read Moreकृति—-अहसास के पल कृतिकार——सरिता गुप्ता प्रथम संस्करण-2018 मूल्य—– ₹ 400 प्रकाशक- साहित्य भूमि, नई दिल्ली समीक्षक-प्रोफेसर शरद नारायण खरे, विभागाध्यक्ष
Read Moreअमर शहीदों के लिये,देता हूं संदेश । तुम हो तो हम हैं ‘शरद’,तुम हो तो यह देश।। पुलवामा के वीर
Read Moreमातु शारदे,नमन् कर रहा, तेरा नित अभिनंदन है ! ज्ञान की देवी, हंसवाहिनी, तू माथे का चंदन है !! अक्षर
Read Moreरोदन करती आज दिशाएं,मौसम पर पहरे हैं ! अपनों ने जो सौंपे हैं वो,घाव बहुत गहरे हैं !! बढ़ता जाता
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