मंदिर-मठों में दलितों की हिस्सेदारी एक विश्लेषण
भारतीय समाज की धार्मिक संरचनाएँ – विशेषकर मंदिर और मठ केवल आध्यात्मिक केंद्र नहीं हैं, बल्कि ये सदियों से सामाजिक
Read Moreभारतीय समाज की धार्मिक संरचनाएँ – विशेषकर मंदिर और मठ केवल आध्यात्मिक केंद्र नहीं हैं, बल्कि ये सदियों से सामाजिक
Read Moreवो कठिन पथ सामने थे जिन पर था चलना मुझे हम भरे आशाओं से थे जल मगन से हो चुके
Read More“चिंता से बचें सुखी जीवन जिएँ” खुद स्वस्थ रहें,दूसरों को भी प्रेरित करें” …. आज मैं बहुत दिनों बाद ये
Read Moreरहें साथ मेरे सदा साथ दें वो नज़र ये मिले या कभी न मिलें वो सफ़र जिंदगी का एक तेरा
Read Moreबहुत हुआ श्रंगार आज तलवार लिखूँगा खन खन करते तेगों की आवाज़ लिखूँगा बहुत हुआ लैला-मज़नू को पढ़ते पढ़ते आज
Read Moreजिसका खाना खाने में कलेज़ा दुख रहा हो सोचो वो अन्दर ही अन्दर कितना रोया होगा, जिस पुत्र
Read Moreकोई चल रहा है ये मुझे क्या पता मैं भी चल रहा हूँ ये मुझे क्या पता जिन्दगी भी वसंत
Read Moreटूटा है सम्पर्क अभी विक्रम और प्रज्ञान का टूटा नहीं भरोसा है अभी मेरे हिन्दुस्तान का इसरो मैं हूँ साथ
Read Moreक्या होती है माँ वो माँ से पूछो क्या होता है पिता वो एक पिता से पूछो | खुद के
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