Author: मौर्यवंशी शिव कुमार

कविता

बुलाती है मगर जाने का नहीं

बुलाती है मगर जाने का नहीं बढ़ाना है प्रोडक्शन बढ़ा लो मगर क़्वालिटी घटाने का नहीं नहीं होती पांचों उंगुलियां

Read More