मां है ईश समान
मां से बढ़ कर कुछ नहीं, मां है ईश समान। मां से ही संसार है, तीन लोक की शान।। मां
Read Moreमां से बढ़ कर कुछ नहीं, मां है ईश समान। मां से ही संसार है, तीन लोक की शान।। मां
Read Moreनहीं चाहिये ऐसा जीवन, जिस में नहीं है प्यार भरा। नफरत करता फिरता हो, मन में रहा हो खार भरा।
Read Moreउगता हर दिन सूर्य ज्यों, ऐसे उठिये आप। मन से कसरत कीजिए , करो नहा के जाप।।
Read Moreदेख के झंझावात को ,दिल टूटा तो नहीं है। पकड़ के रखना हाथ,कोई छूटा तो नहीं है। चलना संभल संभल
Read Moreटुकड़े टुकड़े हो गये, बिखर गया परिवार। पहले जैसा अब कहां, रहा दिलों में प्यार। टुकड़े टुकड़े हो गये, अब
Read Moreफागुन आया मस्ती लाया, ऋतु आई है प्यार की। आजा साजन होली खेलें, प्रेम रंग इजहार की। मौसम है अलबेला
Read Moreराही मनवा सोच ले, आया तू किस काम। नेक सदा ही कर्म कर ,जप ले हरि का नाम।। राही मनवा
Read Moreमुहब्बत हम दिखाएंगे ,सदा उन से निभाएंगे। निभा के प्रीत उन से ही ज़माने को दिखाएंगे। दिखावा हम नहीं करते,
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