गीत/नवगीत शुभदा बाजपेई 18/11/201518/11/2015 गीत मेरी पायलिया छम छम बोले, काहे भेद जिया के सारे खोले। बहके कदम ले जाएं कहां हम, अनजानी अनदेखी Read More
गीतिका/ग़ज़ल शुभदा बाजपेई 21/10/2015 ग़ज़ल कभी मिलने न आते हैं, बड़ी तकलीफ़ होती है, वो वादा भूल जाते हैं, बड़ी तकलीफ़ होती है। लिये रहते Read More
गीतिका/ग़ज़ल शुभदा बाजपेई 26/09/2015 ग़ज़ल क्या हंसी मैं गुनाह कर बैठी. हसरतों से निक़ाह कर बैठी। उसको माँगा है जो नहीँ मिलना. मैं भी कैसी Read More
गीतिका/ग़ज़ल शुभदा बाजपेई 14/08/2015 गीतिका सावन में हर बार सखी ! मन जाता है हार सखी ! आँखों से आंसू बहते हैं रहता कब अधिकार Read More
गीतिका/ग़ज़ल शुभदा बाजपेई 07/07/2015 गजल अक्ल गुमसुम-सी हुई है, जिस्म भी बेजान है, आ रहा है ज़िन्दगी में कौन-सा तूफ़ान है ! झांककर दिल में Read More
गीत/नवगीत शुभदा बाजपेई 16/06/2015 गीत शीतलता से रहित चांदनी ,सूरज करे तपन , धुंधला,धुंधला सा दीखता है मन का ये दर्पण ! प्रथम मिलन में Read More
कविता शुभदा बाजपेई 08/06/2015 हम तुम्हारे लिए, तुम हमारे लिए हम तुम्हारे लिए,तुम हमारे लिए जन्मों -जन्मों की सौगंध खाएं प्रिये ! एक पल के लिए भी न हों दूरियां Read More