सबके राम
न राम कल सबके थे, न आज हैंफिर यह कहने का मतलब क्या हैकि राम जी तो सबके हैं,ये तो
Read Moreराम सिर्फ नाम नहींराम को जानिए,राम सिर्फ पूज्य नहींराम कहा मानिए।राम सिर्फ सृजनहार नहीं,राम पालनहार भी हैंऔर खेवनहार भी हैंराम
Read Moreहे राम जी! मेरी पुकार सुनोएक बार फिर धरा पर आ जाओधनुष उठाओ प्रत्यँचा चढ़ाओकलयुग के अपराधियों आतताइयों, भ्रष्टाचारियों परएक
Read Moreयह विडंबना नहीं तो और क्या हैकि हम आंग्ल नववर्ष के स्वागत मेंपलक पाँवड़े बिछा देते हैं,हफ्तों पूर्व योजनाएँ बनाने
Read Moreप्रति प्रतिभाओं का दमन आज से ही नहीं होता, हमेशा से होता रहा है और आगे भी होता ही रहेगा।
Read Moreयह कैसा अधिकार हैजहाँ कर्तव्य का उपहास है,सिर्फ अधिकार हमारा हैकर्तव्य तो औरों का हैहमारा तो बस यही सिद्धांत है।ये
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