कुण्डली
छूना, नाड़ा तोड़ना, इसे न कहिए रेपयोर ऑनर कहते हुए, तुम्हें न आई झेंप ?तुम्हें न आई झेंप, दे रहे
Read Moreमाया की माया गजब, किसको करें दुलारकभी भतीजे पर लुटें, कभी भ्रात से प्यारकभी भ्रात से प्यार,बदल जाती हैं चीजेंउन्हें
Read Moreसइयां अब तो हैं कोतवाल, वाह भाई वाह,उछल रहे सब नटवरलाल, वाह भाई वाह। हरिश्चंद्र के पूत बने थे जो
Read Moreधन से गरीब हो तो,चलता है मेरे यारा,मन से गरीब होना,अच्छा नहीं लगता। संतों की ये माटी है, कण-कण से
Read Moreकवि ने कवि की करी बड़ाई,गजब हो गयापुलिस चोर से पहले आई,गजब हो गया। मंदिर से हम दर्शन कर जब
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