गीतिका
श्रम करें तो गुजारा आज भी है ।। मौसम सुहाना प्यारा आज भी है ।। पनघटों पर घर बन गए
Read Moreफीता बांधो या मास्क सखा, ये पब्लिक है सब जानती है। गोबध वाले के संग चला, उसको दुनिया पहचानती है।
Read Moreआगमन-प्रस्थान धरती, पर हमेशा ही चलेगा, प्रश्न ये है, आपने अपनी तरफ से क्या किया है? इस धरा ने हम
Read Moreलोग हंसेंगे फिर से बाबू, तुम सब की नादानी पर, बिक मत जइहों हिंदू भइया अब की बिजली-पानी पर ।
Read Moreआतंकी सरकार,तुम्हारी ऐसी-तैसी। पाकिस्तानी यार,तुम्हारी ऐसी-तैसी। अमरीका के कीड़े,इमरानी कुत्ते, म्लेच्छ,मुवे,मक्कार,तुम्हारी ऐसी-तैसी। कामी,क्रूर,कुटिल,क्रोधी, कपटी,कलंक, बोल रहा संसार,तुम्हारी ऐसी-तैसी। मां,मानवता,मही,नहीं दिखती
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