कोहरा
रात घनेरी अंधकार का साया ठंड में सजी ठंडक की छाया प्रकृति के गोद में कोहरा समाई जाड़े की जागीर
Read Moreदिल को जख्म तुमने दिया मरहम कौन लगायेगा मेरे बेवफा हमसफर समझ तुमको कब आयेगा कसमें तो खाई थी हमने
Read Moreशाम में सूरज को ढल जाने दो फिजां में खुशबू को महक जाने दो कोई मेरा रास्ता मत रोकना आज
Read Moreमोबाईल देवा तुम्हें प्रणाम विज्ञान की अद्भूत वरदान सीने में छुपा है बहु ज्ञान जन जन में तेरी है सम्मान
Read Moreप्रातः बेला की ये है मेला राही फिर भी खड़ा अकेला सूर्य की किरण ने दी आवाज कहाँ छुपे
Read Moreतेरी यादें को दिल में संजोये तेरी इन्तजार में मै बैठा हूँ शायद तुम्हें कुछ याद ना आये पर तुमसे
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