Author: *वीरेन्द्र परमार

हास्य व्यंग्य

हास्य व्यंग्य : प्रेम का उदारीकरण और दिल का बीमा

प्रकृति का नियम है कि जिस चीज का बार-बार उपयोग होगा वह घिसकर लघुकाय हो जाएगी और घिसते-घिसते अंततः समाप्त

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भाषा-साहित्य

पूर्वोत्तर भारत के लोकसाहित्य की विशेषताएँ

पूर्वोत्तर भारत के आदिवासी पर्वतशिखरों एवं सुदूर जंगलों में प्राकृतिक जीवन व्यतीत करते हैं जहाँ गीत गाते झरनों, बलखाती नदियों,

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धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

शिव :पूर्वोत्तर भारत के सर्वमान्य ईश्वर

धर्म की दृष्टि से पूर्वोत्तर भारत को निम्नलिखित वर्गों में विभक्त किया जा सकता है : 1. प्रकृतिवादी अथवा ब्रहमवादी

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समाचार

केन्द्रीय भूमिजल बोर्ड में हिंदी कार्यशाला का आयोजन

केन्द्रीय भूमि जल बोर्ड मुख्यालय, फरीदाबाद में दिनांक:30.09.2016 को एक दिवसीय हिन्दी कार्यशाला का आयोजन किया गया । कार्यशाला का

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लेख

भारत का भाषिक वैविध्य और हिंदी का वर्तमान परिदृश्य (आलेख )

स्वततंत्रता प्राप्ति के साठ वर्षों के बाद भी हिन्दी अपने संविधान प्रदत्त अधिकारों से वंचित है । अब तक तो

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