माँ
*माँ* तेरी मुस्कान मिझे याद है तु कितनी भोली हो तु करूणा की मूर्ति हो! माँ तुम दुख मे धीरज
Read Moreप्रीत मिलन की याद सतावे दे दो दर्शन प्यास बुझावे उनके बिन कुछ भी न भाता ए सखि साजन? ना
Read Moreप्रीत मिलन की आस लगी है कब आओगे – कब आओगे मधुर मिलन की आस लगी है कब आओगे कब
Read Moreकिस कदर चाँद तारों का आना हुआ, किस कदर कारवाँ का भी जाना हुआ, हम जमाने की कलियाँ , खिलाते
Read Moreवर्षा ऋतु आयी है सबका जी डराई है कहीं- कहीं सूखा का डर कही – कही है बाढ़ का भय
Read Moreवर्षा रानी तुझे बुलावा संसार मे आया है धरती सूखी, नदियाँ सूखी, नहरें सूखी आकाल है! जीवों का संसार है
Read More