मोहब्बत
हुआ आगाज भी न था मगर अंजाम लिख डाला सुबह तेरी इबादत की तुझे ही शाम लिख डाला तू दिल
Read Moreसदियों से देखा अंबर ने है सदियों से साखी धरा पतंजली जी की दुआ है इसमें योग हमारी परंपरा ये
Read Moreचारों ओर है काल का तांडव हर ओर मचा है हाहाकार अपनी कुर्सी में मगन हमारी पटना और दिल्ली सरकार
Read Moreघर-द्वार के सुंदरता की शान है पिता संसार में हस्ती बड़ी महान है पिता क्या कर दूं बच्चों के लिए
Read Moreफिर शर्मसार हुई मानवता फिर से जागा शैतान कोई फिर हैवानियत ग्रास बनी है फूल सी नन्ही जान कोई किया
Read Moreमां की ममता है स्नेह अगाध से भरा हृदय गजब है सहने की क्षमता एक ओर दुनिया सारी एक
Read Moreले लिए हमारे वोट,अब छाप रहे हैं नोट दे गए दिल पर चोट, बेईमान नेताजी चुनाव से पहले गलियों में
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