मेरी सुबहचर्या
आजकल रात, देर से सोने के कारण सुबह-सुबह उठकर स्टेडियम जाकर टहलना नहीं हो पाता। ऐसा कई दिनों से हो
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Read Moreसोचता हूँ, और जैसा कि, मैं अकसर कभी-कभी सोच लेता हूँ.. बहुत दिन हुए कोई कविता लिखे क्यों न आज
Read Moreएक बार किसी कार्यालय के एक छोटे साहब ने बास से छुट्टी माँगने का अपना एक वाकया मुझे सुनाया। वे
Read Moreआजकल नास्तिक लोग भी यूनियनबाजी पर उतर आए हैं। मेरा भी मन करता है कि स्वयं को नास्तिक घोषित कर
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