श्रेष्ठ कौन
काँटों से घिरा पर मुस्कराता गुलाब कठिनाइयों से घिरा अजनबी सा खिल रहा है। दूसरी तरफ मानव काँटों से दूर
Read Moreकाँटों से घिरा पर मुस्कराता गुलाब कठिनाइयों से घिरा अजनबी सा खिल रहा है। दूसरी तरफ मानव काँटों से दूर
Read Moreचेहरे पर कसक की झलक सिर पर ईंटों का भारी बोझ , यह मेरे अद्वितीय भारत की अद्भुत, जीवंत, कर्मठ
Read Moreफिर से किसी रेल के डिब्बे में आ बैठ मेरी बगल या सामने वाली सीट पर एक अजनबी की तरह
Read Moreजिंदगी के सफ़र में हमसफ़र ढूंढ़ती मेरी आँखें तुम पर आकर रुकी थी तुम्हे देखा तो लगा था कि मुकम्मल
Read Moreछिड़कते हैं नमक हमारे घावों पर ये दुनिया वाले बिदकते हैं छोटी-छोटी बातों पर ये दुनिया वाले अक्सर पहाड़ राई
Read Moreहमें हैरान-परेशान देख एक व्यक्ति ने हमसे पूछा क्या खोज रही है आप ? हमने कहा ही था कि इंसानियत
Read Moreएक अनूठी परम्परा, सभ्यता से भरा संस्कृति का श्रृंगार है, राखी का त्योहार है। मात-पिता का नेह, भाई-बहन का स्नेह
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