जीवन
उदासियों के घेरे में बुलंदियों की ऊंचाई है , तन्हाई है वहां जिसके मन मे सच्चाई है । प्रेम का
Read Moreआगे सरका जा रहा, समय बहुत ही तेज। पीछे-पीछे भागते, होकर हम निस्तेज॥ होकर हम निस्तेज, कहाँ थे कहाँ पधारे।
Read Moreभारत माता रक्त माँगती ,है अपने वीर जवानों से । हे वीरो तलवार निकालो, अब अपने मयानो से ।। बहुत
Read Moreकविता – १ हिन्दी हमारी भाषा है यह राष्ट्रगीत की भाषा है यह राष्ट्र प्रेम की भाषा है लिखनी हो
Read Moreवसुन्धरा पुकारती है वीर तुम कहाँ खड़े। वक्ष चीरने को धूर्त पुत्र है यहाँ खड़े।। दुष्ट वंश वेलियाँ हैं यहाँ
Read Moreगिरती है सीमा पर लाशें, …………….चैन से हम तुम सोतें हैं। भूख से व्याकुल बच्चे उस दिन, …………….सैनिक के घर
Read Moreसत्ता चरित्र है बड़ा विचित्र सत्ता चरित्र, उजले चेहरे धुंधले होते हम आम सुधी जन, लाख जतन कर सच्चाई को
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