माखन चोर
मां तू मुझे मक्खन खिलाती है, मेरे सखा न माखन चख पाते, उनके घर का सारा माखन, कारिंदे कंस के
Read Moreहे गणेश गणपति तव वंदन, गणपति उत्सव में अभिनंदन, दस दिन तक अब मौज रहेगी, हे शंकर सुत गौरी नंदन.
Read Moreजन्मदिवस तेरा आया है, मन मेरा हर्षाया है, कितनी सुंदर मुरली तेरी, मोरपंख मनभाया है. कोई कहता तुमको कान्हा, केशव-माधव-यशोमति
Read Moreरक्षा बंधन आया है, स्नेह बहन का पाया है, राखी बांधी उसने मुझको, मेरा मन हर्षाया है. मां ने कहा
Read Moreहमें चाहिए आजादी कोरोना के कष्टमय इरादों से, व्यर्थ के दुःखदायी विवादों से, दुश्मन की नापाक चालों से, प्लास्टिक बैग
Read Moreबुआ जब भी आती हैं, खेल-खिलौने लाती हैं, टॉफी-बिस्कुट-कपड़े-मिठाई, चीजें ढेर-सी लाती हैं. ममी कहतीं, ”रोज बुआ से, चीजें लेना
Read Moreनशा नाश का कारण होता, तन-मन-धन का करता नाश, आत्मा तक भी बिक जाती है, परिवार का सत्यानाश! मोबाइल भी
Read More