आजादी भाग –४०
बच्चों की बात सुनकर विनोद को राहुल की समझदारी का अहसास हुआ और साथ ही यह भी अहसास हुआ कि
Read Moreबच्चों की बात सुनकर विनोद को राहुल की समझदारी का अहसास हुआ और साथ ही यह भी अहसास हुआ कि
Read Moreदारोगा दयाल एक कुशल चालक भी था और इस समय वह अपनी पूरी कुशलता से जीप को उसकी क्षमता के
Read Moreदरोगा दयाल ने पीछे मुड़कर देखा और वह दृश्य देखकर वह भी आश्चर्यचकित रह गया । पल भर के लिए
Read Moreकमाल के हाथों से लाइसेंस लेकर उसके पन्ने पलटते हुए दयाल ने सरसरी निगाहों से उसका निरिक्षण करते हुए उसे
Read Moreटेम्पो के करीब पहुंचा रामसहाय उस के करीब किसी को न पाकर टेम्पो के पीछे की तरफ एक डंडा फटकारते
Read Moreअबकी बार वो आया मेरी बहन बनकर । मैंने उससे प्रार्थना की थी मुझे गुरु दक्षिणा देनी है रास्ता मुझे
Read Moreअबकी बार वो आया मेरा बड़ा भाई बनकर । मुझे याद आया कि मैं अपने बड़े भाई साहब जो की
Read Moreअब कुछ कहने की बारी राहुल की थी ” हाँ ! तो सच ये है अंकल ! कि हमने चोरी
Read Moreमेने अपनी बेटी से फ़ोन से बात की उसे सब समझा दिया । उससे पूछा मम्मी को बुलाना चाहिए क्या
Read Moreटेम्पो में बैठा राहुल टेम्पो के बायीं तरफ के पतरे में बने छोटे से छेद से बाहर की परिस्थितियों का
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