मैं और मेरा धर्म
ओ३म् मैं और मेरा धर्म मैं कौन हूं और मेरा धर्म क्या है? इस विषय पर विचार करने पर ज्ञात
Read Moreओ३म् मैं और मेरा धर्म मैं कौन हूं और मेरा धर्म क्या है? इस विषय पर विचार करने पर ज्ञात
Read Moreओ३म् देश व संसार में अनेक मत-मतान्तर हैं फिर हमें उनमें से ही किसी एक मत को चुन कर उसका
Read Moreओ३म् सभी नागरिकों, नेताओं व सुधी जनों का कर्तव्य हैं कि वह देश की अधिक से अधिक उन्नति पर विचार
Read Moreओ३म् अंधविश्वास को किसने जन्म दिया है? विचार करने पर ज्ञात होता है कि अविद्या और अज्ञान से अन्धविश्वास उत्पन्न
Read Moreओ३म् सभी मनुष्यों का धर्म एक है या अनेक? वर्तमान में सभी समय में प्रचलित अनेक मत व धर्मों में
Read Moreओ३म् ‘खुदा के बन्दो को देखकर खुदा से मुनकिर हुई है दुनिया, कि जिसके ऐसे बन्दे हैं वो कोई अच्छा
Read Moreओ३म् भाजपा सांसद स्वामी सुमेधानन्द सरस्वती का गुरूकुल पौंधा, देहरादून में उद्बोद्धन। राजस्थान के सीकर से सांसद और आर्यसमाज के
Read Moreओ३म् संसार का रचयिता ईश्वर सत्य, चेतन, आनन्दस्वरूप, संसार का स्वामी, रक्षक, पिता, सृष्टि में व्यापक, सर्वज्ञ, निराकार, सर्वशक्तिमान आदि
Read Moreसु$आङ् अधिपूर्वक इड्-अध्ययने धातु से स्वाध्याय शब्द बनता है। स्वाध्याय शब्द में सु, आ और अधि तीन उपसर्ग हैं। ‘सु’
Read Moreओ३म् मनुष्य की आत्मा के अल्पज्ञ होने के कारण इसके साथ अविद्या अनादि काल से जुड़ी हुई है। इसका एक
Read More