धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

वर्तमान शिक्षा में समग्र वैदिक विचारधारा को सम्मिलित करना सर्वांगीण व्यक्तित्व विकास और देशोन्नति के लिए आवश्यक

ओ३म् सभी नागरिकों, नेताओं व सुधी जनों का कर्तव्य हैं कि वह देश की अधिक से अधिक उन्नति पर विचार

Read More
धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

धार्मिक अंधविश्वासों का कारण सद्ग्रन्थों का स्वाध्याय न करना

ओ३म् अंधविश्वास को किसने जन्म दिया है? विचार करने पर ज्ञात होता है कि अविद्या और अज्ञान से अन्धविश्वास उत्पन्न

Read More
धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

क्या अज्ञान, अन्धविश्वास, अन्धी श्रद्धा व आस्था का खण्डन अनुचित है?

ओ३म् सभी मनुष्यों का धर्म एक है या अनेक? वर्तमान में सभी समय में प्रचलित अनेक मत व धर्मों में

Read More
धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

ईश्वर की कृपा व वेदाध्ययन से ही नास्तिकता की समाप्ति सम्भव

ओ३म् ‘खुदा के बन्दो को देखकर खुदा से मुनकिर हुई है दुनिया, कि जिसके ऐसे बन्दे हैं वो कोई अच्छा

Read More
धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

भारतीय वैदिक संस्कृति का मूल योग, वेद व यज्ञ है।

ओ३म् भाजपा सांसद स्वामी सुमेधानन्द सरस्वती का गुरूकुल पौंधा, देहरादून में उद्बोद्धन। राजस्थान के सीकर से सांसद और आर्यसमाज के

Read More
धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

आओ, ईश्वर-ईश्वर खेलें।

ओ३म् संसार का रचयिता ईश्वर सत्य, चेतन, आनन्दस्वरूप, संसार का स्वामी, रक्षक, पिता, सृष्टि में व्यापक, सर्वज्ञ, निराकार, सर्वशक्तिमान आदि

Read More
धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

मोक्ष मार्ग का प्रथम सोपान है स्वाध्याय

सु$आङ् अधिपूर्वक इड्-अध्ययने धातु से स्वाध्याय शब्द बनता है। स्वाध्याय शब्द में सु, आ और अधि तीन उपसर्ग हैं। ‘सु’

Read More
धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

अविद्या दूर करने का एकमात्र उपाय वैदिक साहित्य का स्वाध्याय

ओ३म् मनुष्य की आत्मा के अल्पज्ञ होने के कारण इसके साथ अविद्या अनादि काल से जुड़ी हुई है। इसका एक

Read More