डॉ राजेंद्र प्रसाद के विचारों को आत्मसात किया जाए
देश के प्रथम राष्ट्रपति डा- राजेंद्र प्रसाद राष्ट के सर्वांगीण विकास के लिए अच्छे नागरिकों को अत्यावश्यक मानते थे। उनकी सोच यही
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Read Moreआर्य समाज के संस्थापक महर्षि दयानन्द सरस्वती को वेदों की उपलब्धि कब, कहां व किससे हुई, यह प्रश्न आज भी
Read Moreस्वामीजी अनुभूतानन्दजी आर्य समाज के बहुमूल्य रत्न थे। दलित परिवार में जन्में स्वामी जी के मन में आर्य समाज व
Read Moreदो दिसम्बर गीता जयंती मनाई जा रही है ,अखबारों में बाकायदा गीता जयंती मनाने का प्रचार किया जा रहा है।धर्म
Read Moreभारत देश की महान वैदिक सभ्यता में नारी को पूजनीय होने के साथ साथ “माता” के पवित्र उद्बोधन से संबोधित
Read Moreशंका– आर्य (हिंदी) भाषा की वर्ण एवं लिपि का आरम्भ कब हुआ? समाधान– आर्य (हिंदी) भाषा की लिपि देवनागरी हैं।
Read Moreकांग्रेस के शासन मे रामपाल ने 40 बार कोर्ट की अवमानना करने वाला जिसके टोंटे नमो सरकार ने ढीली कर
Read Moreअभी हाल में ही समाचारों में कुछ वक्तव्य पढ़कर कि अगडी जातियां आर्य हैं जो भारत में बाहर से आये,
Read More“माता भूमि पुत्रो अहं पृथिव्या” इस वेद की सूक्ति में निहित मातृभूमि की सेवा व रक्षा की भावना से सराबोर
Read Moreमहर्षि दयानन्द द्वारा प्रस्तुत आर्य विचारधारा में वह प्रभाव व शक्ति है जिसका अनुकरण व अनुसरण करने पर एक सामान्य
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