मुक्तक/दोहा राज किशोर मिश्र 'राज' 02/07/2017 सारसी मुक्तक -फसल सारसी मुक्तक -फसल फसल उगाता वह मर जाता, मँहगाई की मार जहर घोलता राजनीति जब, तन्हाई में प्यार बरस रहा जल झुलस रहा Read More