गीतिका/ग़ज़ल *मदन मोहन सक्सेना 05/04/2016 आज इसकी लग गयी हमको खबर ), ग़ज़ल (इश्क क्या है, मदन मोहन सक्सेना ग़ज़ल (इश्क क्या है ,आज इसकी लग गयी हमको खबर ) हर सुबह रंगीन अपनी शाम हर मदहोश है वक़्त की रंगीनियों का चल रहा है सिलसिला चार पल की जिंदगी Read More