दहेज …..
गरीब बाप
सोचता दिन-रात
बिन दहेज
सर्वगुण सम्पन्न
बेटी बनी है बोझ ….१
लगी है बोली
पढ़े-लिखे दूल्हे की
सोने-चाँदी से
झुक जाता पलड़ा
बिक जाता है दूल्हा ….. २
कोख में कत्ल
कौन है जिम्मेदार
सभ्य समाज
डस ले फन फैला
दहेज रुपी सांप ……….३
प्रवीन मलिक
दहेज़ पर अच्छे ताँके !