बालगीत – ‘ जाग रहा है चौकीदार’
कहता सदा रहो होशियार ,
जाग रहा है चौकीदार |
असमय कभी नही सोना , साहस कभी नहीं खोना
हरदम सावधान रहना , सोते और जगते रहना
लगा रहा है यही पुकार ,
जाग रहा है चौकीदार |
सर्दी – गर्मी या तूफान , सदा खड़ा है सीना तान
कर्तव्यों पर ही अविचल , देख रहा सबकी हलचल
करे सुरक्षित घर – परिवार ,
जाग रहा है चौकीदार |
अच्छा बाल गीत !