प्यार ही प्यार
प्यार राम में है प्यारा अल्लाह लगे, प्यार के सूर तुलसी ने किस्से लिखे
प्यार बिन जीना दुनिया में बेकार है, प्यार बिन सूना सारा ये संसार है
प्यार पाने को दुनिया में तरसे सभी, प्यार पाकर के हर्षित हुए हैं सभी
प्यार से मिट गए सारे शिकबे गले, प्यारी बातों पर हमको ऐतबार है
प्यार के गीत जब गुनगुनाओगे तुम , उस पल खार से प्यार पाओगे तुम
प्यार दौलत से मिलता नहीं है कभी , प्यार पर हर किसी का अधिकार है
प्यार से अपना जीवन संवारों जरा ,प्यार से रहकर इक पल गुजारो जरा
प्यार से मंजिल पाना है मुश्किल नहीं , इन बातों से बिलकुल न इंकार है
प्यार के किस्से हमको निराले लगे ,बोलने के समय मुहँ में ताले लगे
हाल दिल का बताने हम जब मिले ,उस समय को हुए हम लाचार हैं
प्यार से प्यारे मेरे जो दिलदार है , जिनके दम से हँसीं मेरा संसार है
उनकी नजरो से नजरें जब जब मिलीं, उस पल को हुए उनके दीदार हैं
प्यार जीवन में खुशियाँ लुटाता रहा , भेद आपस के हर पल मिटाता रहा
प्यार जीवन की सुन्दर कहानी सी है , उस कहानी का मदन एक किरदार है
मदन मोहन सक्सेना
आप का तहेदिल से शुक्रिया मेरी इस रचना को अपना समय देने के लिए एवं अपनी बहुमूल्य प्रतिक्रिया देने के लिए … स्नेह युहीं बनायें रखें … सादर !
बहुत सुंदर गीत !