नित्य नयन
•••••••••••••••चतुष्पद •••••••••••••••••
विजया दशमी पर दशानन का हो रहा दहन।
पुण्य से पाप का आज के दिन हो रहा हनन।
अपनी अस्वस्थ मानसिकता का कर दें दहन।
आज से त्याग दे सब ईर्ष्या,अगन,और जलन।
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आज से अपनी भावनाओं में खिला दे कमल।
दे खुशबू सबको……मन कर दें सबका चमन।
हमेशा अग्रसर रहे,यही है मेरी शुभकामनाएं,
अधर्म को छोड़कर, धर्म पर चले नित्य नयन।
~~~~~~रमेश कुमार सिंह ~~~~~~~~
••••••••••• २२-१०-२०१५ •••••••••••••••• —