काश तुम्हारे जैसे हम भी बन पाते भोले नादान..
तुम अच्छे हो, तुम सच्चे हो
तुम धरती पर हो भगवान
काश तुम्हारे जैसे हम भी
बन पाते भोले नादान।
हंसी हंसी मे रूठ भी जाते
फिर यारों को खुद ही मनाते
जो भी है, मिल बांट के खाते
सबको देते दिल से मान…
काश तुम्हारे जैसे हम भी
बन पाते भोले नादान…
खेलते, खाते और मुस्काते
पल में रोते पल में गाते
एक दूजे को गले लगाते
होते एक दूजे की जान…….
काश तुम्हारे जैसे हम भी
बन पाते भोले नादान……
काश! बचा कर रख पाते
बचपन के भगवान को हम
हो जाते दुख सारे कम
हंसता मुस्काता ये जहांन…
काश तुम्हारे जैसे हम भी
बन पाते भोले नादान…
सतीश बंसल