देकर असहयोग का नोटिस मुझे…
देकर असहयोग का नोटिस मुझे।
दिल बगावत पर उतारू हो गया है॥
देखकर रिश्तों की लगती बोलियां।
लगता है ये भी बाजारू हो गया है॥
कल तलक था दूध का लौटा मगर।
लगता है अब कच्ची दारू हो गया है॥
संसकारो जैसा पहले स्वस्थ था।
रूढियों सा अब बीमारू हो गया है॥
अपने वादों पर अटल रहकर जिया।
जाने अब क्यूं पलटी मारू हो गया है॥
बात करता था वफा की बस वफा की।
जाने क्यूं प्रपंच धारू हो गया है॥
खास था बेहद चलन उत्तम चरित्र था।
मिलते ही ओहदा बंगारू हो गया है॥
जाने किस अाबोहवा का है असर ये।
नेता जैसा सर्वहारू हो गया है॥
देकर असहयोग का नोटिस मुझे।
दिल बगावत पर उतारू हो गया है॥
सतीश बंसल