सामाजिक

ऐसे जुनून के क्या कहने!

जुनून के बारे में हम बहुत कुछ लिखते आ रहे हैं. सच मानिए यह लिखना भी एक तरह से हमारा जुनून ही है, जिससे हमें भी हौसला मिलता रहता है. जुनून तो जुनून ही है, इतना ही कहकर हम आपको सीधे जुनून की दो मिसालों पर लिए चलते हैं.
लगातार कत्थक नृत्य करके काशी की युवा नृत्यांगना सोनी चौरसिया ने गिनेस बुक में अपना नाम दर्ज करा लिया. 4 अप्रैल की शाम से विश्व रिकॉर्ड बनाने के लिए मंच पर उतरी पान विक्रेता की बेटी सोनी ने पुराना रिकॉर्ड तोड़ते हुए अपना नाम दर्ज करा दिया.

केरल के त्रिचूर की हेमलता कमंडलु के 123 घंटे 20 मिनट के लगातार मोहिनी अट्टम नृत्य करके गिनेस बुक में रिकॉर्ड बनाया था, सोनी ने इसे तोड़ते हुए अपना नाम दर्ज करा लिया है.
सोनी ने गिनेस बुक में डांसिंग सिग्नेचर दूसरे प्रयास में हासिल किया है. पिछले साल नवंबर में रेकॉर्ड बनाने के लिए मंच पर उतरी सोनी 87 घंटे 18 मिनट बाद थककर गिर गई थीं. असफलता के अनुभव व सीख को हौसले का हथियार बनाकर सोनी ने यह विश्व रिकार्ड बनाया है.

सोनी जी आपके इस हौसले को देखकर ही हमारी कलम से आपके लिए चार पंक्तियां निःसृत हुईं-
”पानी की रवानी, हवाओं की जवानी,
पखेरुओं की उड़ान. सुरों की तान,
कविता की ललक, घुंघरुओं की खनक को
समय की सीमा में नहीं बांधा जा सकता.”

अब जुनून की दूसरी मिसाल की ओर चलते हैं. मुंह से कैंची चलाकर 25 घंटे 20 मिनट में काटे 118 लोगों के बाल काटने वाले शख्स हैं उत्तर प्रदेश के मोहम्मद अंसार. सिर के बालों से लेकर मूंछ तक के बालों को करीने से कतरने का अंसार ने जो हुनर दिखाया वह काबिले तारीफ है. एक टेंट में बने सैलून में जब वह मुंह में कैंची फंसाकर नए रिकॉर्ड के लिए बाल कतरने के सफर पर निकले, तो उनको भी अंदाजा नहीं था, वह यहां तक पहुंचेंगे. शायद दुनिया में यह अपनी तरह का पहला कीर्तिमान है.
अंसार अहमद को यह आइडिया दुबई फेस्टिवल के दौरान मिला. दुबई फेस्टिवल में गिनीस बुक के लोगों से मुलाकात के दौरान इस तरह बाल काटने के बारे में बात की तो बोले भारत में इसको करें. अंसार ने गिनीस बुक को भेजने के लिए 25 घंटे 20 मिनट का रेकॉर्ड बनाया है. अंसार अहमद जी, आपके लिए प्रस्तुत हैं कुछ पंक्तियां-

यों ही नहीं मिलती राही को मज़िल,
एक जुनून-सा दिल में जगाना होता है,
पूछा चिड़िया से कैसे बना आशियाना,
बोली-
भरनी पड़ती है उड़ान बार-बार,
तिनका-तिनका उठाना होता है.

सोनी जी और अंसार अहमद जी, आप दोनों को गिनेस बुक में रिकॉर्ड में नाम दर्ज होने की बहुत-बहुत मुबारकवाद. आशा है आपके इस जुनून से कुछ और लोग भी कुछ नया करने के लिए हौसला प्राप्त कर सकेंगे. आप दोनों को हमारे कोटिशः सलाम.

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244

7 thoughts on “ऐसे जुनून के क्या कहने!

  • Man Mohan Kumar Arya

    नमस्ते एवं धन्यवाद आदरणीय बहिन जी। बहुत प्रेरणादायक प्रसंग आपने प्रस्तुत किये हैं। कोशिश करेंगे की यह हमें सदैव याद रहें जिससे हमें इनसे प्रेरणा मिलती रहे। आपने यह साहित्यिक कार्य किया है और मुझे लगता है कि इसमें समाज सुधार का कार्य भी छुपा हुआ है। सादर।

    • लीला तिवानी

      प्रिय मनमोहन भाई जी, आपका प्रोत्साहन हमारा संबल है. सार्थक प्रतिक्रिया के लिए शुक्रिया.

  • लीला बहन , पहले तो मैं आप को इस बात की वधाई देना चाहता हूँ कि आप थोह्ड़े से शब्दों में बहुत कुछ कह जाती हैं जिस का मुझे बहुत फायदा होता है क्योंकि ज़िआदा पड़ना नहीं पड़ता . दुसरे सोनी जी और अंसार अहमद जी जैसे लोगों से प्रेरणा मिलती है जिन को सामने ला कर लाखों लोगों को प्रेरणा स्रोत मिल जाता है . सोनी जी और अंसार अहमद जी को बहुत बहुत मुबारक हो .

  • लीला बहन , पहले तो मैं आप को इस बात की वधाई देना चाहता हूँ कि आप थोह्ड़े से शब्दों में बहुत कुछ कह जाती हैं जिस का मुझे बहुत फायदा होता है क्योंकि ज़िआदा पड़ना नहीं पड़ता . दुसरे सोनी जी और अंसार अहमद जी जैसे लोगों से प्रेरणा मिलती है जिन को सामने ला कर लाखों लोगों को प्रेरणा स्रोत मिल जाता है . सोनी जी और अंसार अहमद जी को बहुत बहुत मुबारक हो .

    • Man Mohan Kumar Arya

      नमस्ते एवं धन्यवाद। सादर।

      • लीला तिवानी

        प्रिय मनमोहन भाई जी, सार्थक प्रतिक्रिया के लिए शुक्रिया.

    • लीला तिवानी

      प्रिय गुरमैल भाई जी, हम तो आपको यही कह सकते हैं, कि आपका हर शब्द हमारे लिए आशीर्वाद है. धन्य भाग हमारे.

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