भारत मेरा प्यारा, भारत मेरा प्यारा
भारत मेरा प्यारा, भारत मेरा प्यारा
भारत मेरी जन्मभूमि है, भारत ने ही पाला
गीत इसी के गाऊंगी मैं, देश है मेरा प्यारा-
भारत मेरा प्यारा, भारत मेरा प्यारा(2)–
1.संत-महंतों ने इस देश को, जगद्गुरु है बनाया
वीरों की इस धरती ने, वीरोत्सव खूब मनाया-
2.चरणों में हिंद सागर इसके, शिखर हिमालय जैसा
ताजमहल-सा ताज यहां पर, कहीं न देखा ऐसा-
3.तुलसी-मीरा-सूर-कबीरा, गीत सुनाने आए
प्रेम-प्यार का लिए अबीरा, इसे सजाने आए-
4.शून्य-दशमलव जैसी निराली, खोज इसी भारत की
झांसी की रानी-सी नारी, ओज इसी भारत की-
5.होली-दिवाली-पोंगल-तीज-से, पर्व अनोखे प्यारे
साथी हाथ बढ़ाना जैसे, गीत अनोखे न्यारे-
शून्य-दशमलव जैसी निराली, खोज इसी भारत की
झांसी की रानी-सी नारी, ओज इसी भारत की बहुत सुंदर रचना .दशमलव से ही यह दुनीआं आज चल रही है .
झांसी की रानी तो युगों युगों तक भारत का एक चमकता सितारा ही रहेगी .
प्रिय गुरमैल भाई जी, अति सुंदर, अनमोल, मार्गदर्शक व सार्थक प्रतिक्रिया के लिए आभार.
लाजवाब सृजन नमन बहन जी
प्रिय राजकिशोर भाई जी, अति सुंदर, मार्गदर्शक व सार्थक प्रतिक्रिया के लिए आभार.
कविता का एक एक शब्द देश भक्ति से पूर्ण लगा। हार्दिक बधाई। नमस्ते आदरणीय बहिन जी।
प्रिय मनमोहन भाई जी, अति सुंदर, अनमोल, मार्गदर्शक व सार्थक प्रतिक्रिया के लिए आभार.