गीत/नवगीत

भारत मेरा प्यारा, भारत मेरा प्यारा

भारत मेरा प्यारा, भारत मेरा प्यारा
भारत मेरी जन्मभूमि है, भारत ने ही पाला
गीत इसी के गाऊंगी मैं, देश है मेरा प्यारा-
भारत मेरा प्यारा, भारत मेरा प्यारा(2)–

 

 

1.संत-महंतों ने इस देश को, जगद्गुरु है बनाया
वीरों की इस धरती ने, वीरोत्सव खूब मनाया-

 
2.चरणों में हिंद सागर इसके, शिखर हिमालय जैसा
ताजमहल-सा ताज यहां पर, कहीं न देखा ऐसा-

 
3.तुलसी-मीरा-सूर-कबीरा, गीत सुनाने आए
प्रेम-प्यार का लिए अबीरा, इसे सजाने आए-

 
4.शून्य-दशमलव जैसी निराली, खोज इसी भारत की
झांसी की रानी-सी नारी, ओज इसी भारत की-

 
5.होली-दिवाली-पोंगल-तीज-से, पर्व अनोखे प्यारे
साथी हाथ बढ़ाना जैसे, गीत अनोखे न्यारे-

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244

6 thoughts on “भारत मेरा प्यारा, भारत मेरा प्यारा

  • गुरमेल सिंह भमरा लंदन

    शून्य-दशमलव जैसी निराली, खोज इसी भारत की

    झांसी की रानी-सी नारी, ओज इसी भारत की बहुत सुंदर रचना .दशमलव से ही यह दुनीआं आज चल रही है .
    झांसी की रानी तो युगों युगों तक भारत का एक चमकता सितारा ही रहेगी .

    • लीला तिवानी

      प्रिय गुरमैल भाई जी, अति सुंदर, अनमोल, मार्गदर्शक व सार्थक प्रतिक्रिया के लिए आभार.

  • राज किशोर मिश्र 'राज'

    लाजवाब सृजन नमन बहन जी

    • लीला तिवानी

      प्रिय राजकिशोर भाई जी, अति सुंदर, मार्गदर्शक व सार्थक प्रतिक्रिया के लिए आभार.

  • मनमोहन कुमार आर्य

    कविता का एक एक शब्द देश भक्ति से पूर्ण लगा। हार्दिक बधाई। नमस्ते आदरणीय बहिन जी।

    • लीला तिवानी

      प्रिय मनमोहन भाई जी, अति सुंदर, अनमोल, मार्गदर्शक व सार्थक प्रतिक्रिया के लिए आभार.

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